ISKCON BHOPAL इस्कॉन भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी में स्थित है

 ISKCON BHOPAL  Hare Krishna Land, Raisen Road, Patel Nagar, Bhopal, 462021, M.P. Madhya Pradesh-462021, India








ISKCON भोपाल

इस्कॉन भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी में स्थित है और यह श्री श्री राधा गोविंदजी के भव्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर आध्यात्मिक चेतना और भक्ति का केंद्र है, जो श्रीमद्भगवद्गीता और वैदिक शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित है।

मुख्य आकर्षण

  • देवताओं के दर्शन:
    मंदिर में श्री श्री राधा गोविंद, श्री श्री गौरा-निताई, और श्री श्री जगन्नाथ, बलदेव, और सुभद्रा के विग्रहों के दर्शन किए जा सकते हैं। श्रद्धालु इन विग्रहों के अद्भुत शृंगार और भव्यता को देखकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।

  • कीर्तन और प्रवचन:
    दिनभर मधुर कीर्तन और श्रीमद्भगवद्गीता के प्रवचन आयोजित किए जाते हैं, जो आगंतुकों को ईश्वर-प्रेम की ओर प्रेरित करते हैं।

  • गौशाला:
    इस्कॉन भोपाल में एक गौशाला भी है, जहां गायों की देखभाल की जाती है। यह गौ सेवा और वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने का एक आदर्श उदाहरण है।

  • फूड फॉर लाइफ प्रोग्राम:
    मंदिर "फूड फॉर लाइफ" कार्यक्रम के तहत प्रसाद वितरण करता है, जिससे हज़ारों लोगों को स्वादिष्ट और सात्विक भोजन मिलता है।

  • शिक्षा और संस्कार:
    मंदिर में बच्चों और युवाओं के लिए संस्कार वर्ग और वैदिक शिक्षाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है।

त्योहार और कार्यक्रम

मंदिर में जन्माष्टमी, रथयात्रा, गोवर्धन पूजा, और गौरा पूर्णिमा जैसे प्रमुख त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं। इन अवसरों पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं और भक्ति भाव से इन उत्सवों का आनंद लेते हैं।

सेवाओं में भागीदारी

इस्कॉन भोपाल के श्रद्धालु विभिन्न सेवाओं में भाग ले सकते हैं, जैसे कि मंदिर की सफाई, रसोई सेवा, कीर्तन में सहभागिता, और भक्तों को भगवद्गीता का ज्ञान देना।

पता:
इस्कॉन मंदिर, भोपाल, मध्य प्रदेश
आध्यात्मिक शांति और भक्ति के अनुभव के लिए यह मंदिर एक आदर्श स्थल है।

“हरे कृष्ण” या “हरे कृष्ण मूवमेंट™” संगठन, जिसे औपचारिक रूप से “अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन)” के नाम से जाना जाता है, मानव समाज को ईश्वर-भावना के माध्यम से एक सुखद, स्वस्थ, शांतिपूर्ण और सद्गुणों से पूर्ण जीवन का अवसर प्रदान करने का प्रयास कर रहा है।

सभी जीवित प्राणियों का अंतिम लक्ष्य है अपनी ईश्वर-प्रेम, अर्थात् भगवान श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम को पुनः जागृत करना। भगवान श्रीकृष्ण, जो “सर्वाधिक आकर्षक” हैं, के प्रति प्रेम ही जीवन का परम उद्देश्य है।

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